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Tuesday, August 21, 2012

अज़ीज़ जौनपुरी : गिरगिट


      गिरगिट    


      मत करो  बदनाम नाहक, इन  बेचारे गिरगिटों  को    
      रंग  तब्दीली  में आदमी आगे निकलने लग गया है 
  
      कुत्तों  को  थोडा बक्श दो , लड़ने में माहिर है मगर    
      आदमी  कुत्तों से  बेहतर आज  लड़ने  लग गया है 

      सापों  के ज़हर पर बेवजह  घाटियाँ बयानी छोड़िये 
      आदमी अब  सांपों से भी जहरीला होने लग गया है 

     धोबी का  कुत्ता  हो गया  बदनाम  इक  कहावत में 
     आदमी भी अब न घर का  घाट का होने लग गया है 


                                                      अज़ीज़ जौनपुरी 

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