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Saturday, March 23, 2013

अज़ीज़ जौनपुरी : मिलने आ जाना कह दे

मिलने  आ जाना कह दे 

पाँव  के  छालों  ने   बारहां   रुलाया है मुझे
बस   आख़िरी   बार  तूँ   घर  आना  कह दे 

कसम ख़ुदा की न पाँव  रखूँगा कूचे में तेरे 
आज  तूँ  मुझको  अपना  ठिकाना कह दे 

चराग बन के जला हूँ,तुम्हारी महफ़िल में 
मुझे अपना  इमान ,अपना दीवाना कह दे

ता - उम्र   छत  मयस्सर  न  हुई मुझको
अपनी  पलकों में बसा रुक  जाना कह दे

याद  है,  साथ  म्ररने  की  कसम  खाई है\
कहीं   आज  तूँ  इसको  न बहाना कह दे 
 

राहे-  मदीना  पे  कदम  बढ़ गए  हैं  मेरे
तूँ आज दिल के कूचे  हो के जाना कह दे

"अज़ीज़"  आज़िज़  आ  गया  है इतना 
 तूँ, अज़ीज़ को"मिलने आ जाना कह दे"

                       अज़ीज़ जौनपुरी 
 

8 comments:

  1. बहुत ही बेहतरीन ग़ज़ल है अजीज भाई,आभार.

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  2. राहे- मदीना पे कदम बढ़ गए हैं मेरे
    तूँ आज दिल के कूचे हो के जाना कह दे
    बेहद सूफियाना , काश शीर्षक कुछ और होता ,ये मेरा सोचना है !उत्तम प्रस्तुति

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  3. एक निश्छल अभिलासा और अंतहीन व्यथा के साथ
    समर्पण का संकेत देती सुन्दर प्रस्तुति**************************************

    कसम ख़ुदा की न पाँव रखूँगा कूचे में तेरे
    आज तूँ मुझको अपना ठिकाना कह दे

    चराग बन के जला हूँ,तुम्हारी महफ़िल में
    मुझे अपना इमान ,अपना दीवाना कह दे

    ता - उम्र छत मयस्सर न हुई मुझको
    अपनी पलकों में बसा रुक जाना कह दे
    याद है, साथ म्ररने की कसम खाई है
    कहीं आज तूँ इसको न बहाना कह दे


    राहे- मदीना पे कदम बढ़ गए हैं मेरे
    तूँ आज दिल के कूचे हो के जाना कह दे

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  4. पाँव के छालों से डूब मर जाना तक लम्बा सफर ....बहुत खूब

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  5. अज़ीज़ जी ,एक सुझाव वो भी बना बनाया १.शीर्षक "
    ख़ुदा तूँ मिल आना कह दे " २ आखिरी पंक्ति में " तुमसे के स्थान पर "इतना "जा डूब मर जाना कह दे" के स्थान पर "आज तूँ मिल आना कह दे,

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  6. चराग बन के जला हूँ,तुम्हारी महफ़िल में
    मुझे अपना इमान ,अपना दीवाना कह दे ..

    सच है ....
    जलने का कुछ तो इनाम दे दे
    तू मुझे अपना स नाम दे दे ...

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  7. कसम ख़ुदा की न पाँव रखूँगा कूचे में तेरे
    आज तूँ मुझको अपना ठिकाना कह दे
    badhiyaaa ashaar .


    बढ़िया अशआर एक से बढ़के एक .शुक्रिया आपकी टिप्पणियों का .

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  8. "अज़ीज़" आज़िज़ आ गया है इतना
    तूँ, अज़ीज़ को"मिलने आ जाना कह दे"
    शानदार शेर.

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