मैं
मेरा जीवन
दुःख का अनन्त
मैं चला अकेला
राह अकेली
पग पग पर
मैं छला गया
मैं मौन रहा ,
मैं शान्त रहा
मैं सुना गया
मैं कहा गया
मैं चला गया
मैं चला गया
अज़ीज़ जौनपुरी
मेरा जीवन
दुःख का अनन्त
मैं चला अकेला
राह अकेली
पग पग पर
मैं छला गया
मैं मौन रहा ,
मैं शान्त रहा
मैं सुना गया
मैं कहा गया
मैं चला गया
मैं चला गया
अज़ीज़ जौनपुरी
beautifully narrated 'I'
ReplyDelete